बचे रहना है तो बचो। बचे रहना है तो बचो।
पहला केनवास, पहला रंग, पहला आर्ट मेरे पापा। पहली दहलीज, पहली सीख, पहली जीत मेरे पापा। पहला केनवास, पहला रंग, पहला आर्ट मेरे पापा। पहली दहलीज, पहली सीख, पहली जीत मे...
क्या बात है कविता... क्या बात है कविता...
उम्र तमाम होने को है इक याद तेरी है वही। उम्र तमाम होने को है इक याद तेरी है वही।
निकल पड़े हैं और यूँ कौतूहल से जा पहुँचे मिलने किसी नज़्म से नाज़ुक नज़्म घबराई निकल पड़े हैं और यूँ कौतूहल से जा पहुँचे मिलने किसी नज़्म से नाज़ुक नज़्म घबराई
आओ देखो... बैठा हूँ लेकर मैं इस मेज पर, कोरा, सफ़ेद एक काग़ज़ और एक पेन्सिल... आओ देखो... बैठा हूँ लेकर मैं इस मेज पर, कोरा, सफ़ेद एक काग़ज़ और एक पेन्सिल...